जयपुर, 7 नवम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के आरक्षण में आ रही अचल संपत्ति की बाधाओं को दूर करने का तमाम जाति एवं समुदाय के लोगों ने दिल खोलकर स्वागत किया है। राज्य सरकार के इस जनकल्याणकारी फैसले से प्रदेश में सामाजिक सद्भाव का ताना-बाना और मजबूत हुआ है।
श्री गहलोत ईडब्ल्यूएस आरक्षण से अचल संपत्ति के प्रावधानों को समाप्त करने पर आभार व्यक्त करने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर राज्य के कोने-कोने से आए लोगों को संबोधित कर रहे थे। अलग-अलग प्रतिनिधिमंडलों के साथ बड़ी संख्या में आए नौजवानों, छात्र-छात्राओं, किसानों, व्यापारियों सहित सर्वसमाज के लोगों ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण के सरलीकरण के लिए माला एवं साफे पहनाकर, अभिनंदन पत्र आदि भेंटकर श्री गहलोत का स्वागत किया।
केन्द्र सरकार भी हटाए अचल संपत्ति की बाधाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब बीस साल पहले जब मैं मुख्यमंत्री था तब उस समय आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की तकलीफों को समझते हुए हमारी सरकार ने इस वर्ग के लिए 14 प्रतिशत आरक्षण की पहल की थी। इस बार भी हमारी ही सरकार ने राज्य की सेवाओं और शैक्षिक संस्थाओं में ईडब्ल्यूएस आरक्षण में आ रही अडचनों को दूर कर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। पूरे देश में राजस्थान ही ऎसा राज्य है जिसने यह कदम उठाया है। युवाओं को इसका बड़ा फायदा मिलेगा। अब केन्द्र सरकार को भी केन्द्र की नौकरियों तथा शिक्षण संस्थाओं से इन बाधाओं को हटाने के लिए राज्य सरकार के इस फैसले का अनुसरण करना चाहिए। इस संबंध में मैंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है।
देश के आर्थिक हालात हम सबके लिए चिंता का विषय
श्री गहलोत ने कहा कि आज देश के आर्थिक हालात किसी से छिपे नहीं हैं। जीएसटी के कम होते रेवेन्यू कलेक्शन की मार राज्यों के आर्थिक हितों पर भी पड़ रही है। रोजगार मिलना तो दूर नौकरियां जा रही हैं। मंदी के कारण ऑटोमोबाइल कंपनियों को अपना उत्पादन कम करना पड़ा है। इस साल राज्य को केन्द्रीय करों से मिलने वाली हिस्सा राशि तथा केन्द्र प्रवर्तित योजनाओं से मिलने वाले अनुदान में करीब 7 हजार 300 करोड़ रूपए कम मिलने की संभावना है। ऎसे हालात हम सबके लिए चिंता का विषय होना चाहिए।
हर परिस्थिति में मजबूती के साथ खड़ी है राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर परिस्थिति में प्रदेशवासियों के साथ खड़ी है। सभी वर्गों के लिए कल्याणकारी फैसले लिए जा रहे हैं। उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए इस साल हमने 50 नए कॉलेज खोलने जैसा बड़ा निर्णय किया है। किसानों के लिए खाद-बीज की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
आभार व्यक्त करने आए राजस्थान नर्सिंग एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने एवं आमजन तक सुलभ कराने के लिये प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचे इसके लिये युवा आगे बढ़कर सहयोग करें।
विधायक श्री गोपाल मीणा, महात्मा ज्योतिराव फुले विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन श्री निर्मल पंवार, राजस्थान नर्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री शशिकांत शर्मा आदि ने भी अपने साथ आए प्रतिनिधिमंडलों को संबोधित किया और कहा कि ईडब्ल्यूएस आरक्षण की राह में आने वाली अचल संपत्ति की बाधाओं को खत्म कर सरकार ने युवाओं तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को संंबल दिया है। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री लालचन्द कटारिया, राजस्व मंत्री श्री हरीश चौधरी, उप मुख्य सचेतक श्री महेन्द्र चौधरी, राज्य बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र राठौड़ भी उपस्थित थे।
राजस्थान विश्वविद्यालय तथा महात्मा ज्योतिराव फुले विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, जमवारामगढ़, टाेंक, मालपुरा तथा टोडारायसिंह क्षेत्र से आए जनप्रतिनिधियों एवं सर्वसमाज के लोगों, श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ संघ जयपुर, रणकपुर जैन समाज, फलौदी से आए राजपूत समाज आदि प्रतिनिधिमंडलों सहित बड़ी संख्या में अन्य लोगों ने भी ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।