जयपुर, 11 नवम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि सामाजिक न्याय की भावना के साथ हमारी सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के आरक्षण में अचल सम्पत्ति संबंधी प्रावधान हटाए हैं। राज्य सरकार के इस ऎतिहासिक फैसले से प्रदेश भर के लोगों में भारी उत्साह है।
श्री गहलोत सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर आभार व्यक्त करने आए विभिन्न समाजों के प्रतिनिधिमण्डलों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधिमण्डल लगातार मुख्यमंत्री निवास पर आकर आभार व्यक्त कर रहे हैं। समाज के सभी वर्गों ने सरकार के इस फैसले को सकारात्मक रूप से लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्य वर्ग में बड़ी संख्या में ऎसे परिवार हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। ईडब्ल्यूएस आरक्षण की बाधाओं को दूर करने से उन्हें राहत मिली है। केन्द्र सरकार भी राज्य सरकार की तरह अपनी नौकरियों एवं शिक्षण संस्थाओं में ईडब्ल्यूएस आरक्षण के अचल सम्पत्ति संबंधी प्रावधान हटाए, इसके लिए मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।
श्री गहलोत ने युवाओं का आह्वान किया कि वे राज्य सरकार की जन हितैषी योजनाओं एवं फैसलों की जानकारी आम जन तक पहुंचाने में भागीदार बनें ताकि अधिक से अधिक लोगों को इन योजनाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि यहां आए लोग एक संकल्प लेकर जाएं कि वे अपने पडोस, गांव और क्षेत्र में कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित नहीं रहे, इस दिशा में प्रयास करेंगे और शिक्षा का उजियारा फैलाएंगे।
बामनवास विधायक इंदिरा मीना के नेतृत्व में बामनवास विधानसभा क्षेत्र से आए लोगों, धाकड़ समाज के प्रतिनिधिमण्डल, बह्मभट्ट (वंशावली लेखक) समाज महासभा तथा गुर्जर समाज के प्रतिनिधिमण्डल में शामिल लोगों ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण की बाधाओं को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त किया।