मिशन पानी: खुले में शौच से मुक्ति स्वच्छ भारत की ओर है पहला कदम

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नई दिल्ली, 19 नवम्बर 20.

आज वर्ल्ड टायलेट डे के अवसर पर राजघाटनई दिल्ली के राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र पर मिशन पानी द्वारा स्वच्छ पानी और स्वच्छता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर भारत की पहली स्वच्छता प्रतिज्ञा और प्रस्तावना का अनावरण किया गया। यह अनावरण लोकसभा स्पीकर ओम बिड़लाराज्य सभा के उप सभापति हरिवंश नारायण सिंह और सुलभ इन्टरनेशनल के संस्थापक बिन्देश्वरी पाठक ने किया। आयोजन में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावतउत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेलअभिनेता अक्षय कुमार ने अपने विचार भी  साझा किये।

इस अवसर पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा, "स्वच्छता का संकल्प देश का प्रत्येक नागरिक करे और उसे सिद्ध करने के लिए साथ जुड़े तो हम नया देश बनाने के मार्ग पर चलेंगे। स्वच्छता में जनभागीदारी जरूरी है। देश में 2030 तक सम्पूर्ण ओडीएफ का लक्ष्य रखा गया है और अब तक 60 करोड़ लोगों का खुले में शौच को बंद किया गया है। हम अब सम्पूर्ण स्वच्छता की ओर बढ़ रहे है। अभी तक 1000 गांवों ने खुद को ओडीएफ घोषित किया है जो स्वच्छता के संकल्प को आगे बढ़ा रहा है। खुले में शौच से मुक्ति स्वच्छ भारत की ओर पहला कदम है।"

स्वच्छता पर बात को आगे बढ़ाते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा, "महात्मा गांधी ने जीवन में स्वच्छता को सबसे महत्वपूर्ण बताया है और कहा कि यह आजादी से महत्वपूर्ण है। आज भी गांवों में लोग गंदा पानी पीने के लिए अभिशप्त हैं। वर्तमान सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। देश की जितनी सम्बन्धितसंस्थाएं हैं उन्हें मेरा गाँव स्वच्छमेरा शहर स्वच्छ जैसे अभियान चलाने की जरूरत हैक्योंकि जनजागरूकता भी बहुत जरूरी है । देश की जनता की सक्रिय भागीदारी से ही स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाया जा सकता है।"

मिशन पानी ने जनता के जनभागीदारी के संकल्प के साथ सम्पूर्ण देश को जोड़ने का काम किया है। साफ पानी और शौचालय नागरिकों का मूलभुत अधिकार है। खुले में शौच को लेकर लोगों की सोच भी बदली है तथा देश के कई गांव और जिले आज ओडीएफ घोषित हो रहे हैं। ऐसे अभियानों में देश की जनता का सक्रिय योगदान नहीं होगा तब तक सफलता नहीं मिलेगी।

अभिनेता अक्षय कुमार ने स्वच्छता पर अपने विचार साझा करते हुये कहा, “ पिछले कुछ वर्षों मेंभारत ने पूरे देश में स्वच्छता में सुधार और खुले में शौच को समाप्त करने में तेजी से प्रगति की है। लेकिन फिर भी एक बड़ी आबादी के पास शौचालय और पीने का साफ पानी नहीं है। मुझे खुशी है कि मिशन पानी पहल के माध्यम सेरेकिट और नेटवर्क18 समूह हमें स्वच्छता की शपथ दिलाकर व्यवहार में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। स्वच्छता की कमी न केवल स्वास्थ्य को प्रभावित करती है बल्कि आर्थिक विकास को भी रोकती है। हम सभी के लिए इस पहल का समर्थन करना और संदेश को बड़ी संख्या में लोगों तक ले जानाविशेष रूप से ग्रामीण भारत मेंजरूरी है।अक्षय कुमार ने स्वच्छता के उद्देश्य को लेकर अपने फिल्म टॉयलेट और पैडमैन का उदाहरण दिया।

रेकिट के दक्षिण एशिया क्षेत्र के उपाध्यक्ष गौरव जैन ने कहा , "रेकिट की लड़ाईउच्चतम गुणवत्ता वाली स्वच्छतास्वास्थ्य और पोषण तक पहुंच को एक अधिकार बनाना हैन कि विशेषाधिकार। आजविश्व शौचालय दिवस परहम पानी की आपूर्ति और स्वच्छता प्रावधान तक पहुंच को सक्षम करने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत कर रहे हैं जो गरीबी उन्मूलन के लिए आवश्यक हैं। हम सुरक्षित पानी और स्वच्छता के लिए भारत की पहली प्रस्तावना को कायम रखने का संकल्प लेने के लिए देश को एक साथ ला रहे हैं। स्वच्छ पानी और स्वच्छ शौचालय का मतलब है एक स्वस्थ राष्ट्रयह देश के विकास के  लिये महत्वपूर्ण मानवाधिकार घटकों में से एक के रूप में उभरना चाहिए।"

गीतकार कौसर मुनीर द्वारा लिखित इस स्वच्छता संकल्प का उद्देश्य सभी क्षेत्रों के लोगों को एक साथ लाना है ताकि सभी के लिए स्वच्छ पानी और स्वच्छता की पहुंच सुनिश्चित की जा सके। 2019 में शुरू की गईमिशन पानी पहल का उद्देश्य पानी की बचत करना और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे बनाए रखना है। मिशन पानी जैसा अभियानजिसे देश भर में चलाया जा रहा है।

गीतकार मुनीर ने कहा कि, " सिनेमा का रचनात्मक प्रभाव अधिक लोगों के ऊपर पड़ता है। हालांकि स्वच्छता का कार्य जनभागीदारी से ही सम्भव है।"

कार्यक्रम में रिकेट्स ने अपने प्रयासों और समर्थन द्वारा कराए जा रहे स्वच्छता सम्बन्धी कार्यों से संबधित कॉफी टेबल बुक भी लॉन्च किया। एवं देश के विभिन्न हिस्सों से आए सफाई कर्मियों द्वारा मंच से उनके अनुभव साझा करने का मौका दिया।