युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखने के लिए राज्य सरकार कर रही है पुरजोर प्रयास - मुख्यमंत्री

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जयपुर,  4 नवम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि युवा पीढ़ी को नशीले पदार्थों से दूर रखने के लिए हमारी सरकार पुरजोर प्रयास कर रही है। लोगों को जागरूक करने के साथ ही प्रदेश में ई-सिगरेट और हुक्का बार पर प्रतिबंध लगाया गया है। रात 8 बजे बाद शराब की बिक्री पर रोक के निर्णय की सख्ती से पालना करवाई जा रही है।  

श्री गहलोत रविवार को पूर्व विधायक स्व. गुरूशरण छाबड़ा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने श्री छाबडा को याद करते हुए कहा कि शराबबंदी के अपने मिशन के लिए वे इस तरह समर्पित थे कि इसके लिए उन्होंने कई बार अनशन किया और पूर्ववर्ती सरकार के समय अनशन करते हुए ही उन्होंने प्राण त्याग दिए। लेकिन उस समय की सरकार ने उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक रूख नहीं अपनाया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में मेरे दूसरे कार्यकाल में भी छाबड़ा ने अनशन किया था। लेकिन हमारी सरकार ने उनकी कई मांगों पर सहमति देते हुए उनसे लगातार संवाद कर समझौता किया और उसका पालन भी किया। इसका नतीजा रहा कि उन्होंने हमारे समय अनशन समाप्त कर दिया। अगर पूर्ववर्ती सरकार भी संवेदनशील रवैया अपनाती और संवाद रखती तो छाबड़ा की जान बच सकती थी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में समस्या का समाधान संवाद से ही संभव है। 

श्री गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार स्व. छाबड़ा के साथ हुए एग्रीमेंट की पालना पूरी जिम्मेदारी के साथ करती रहेगी। हमारा यह भी प्रयास रहेगा कि प्रदेश में शराब का अवैध कारोबार नहीं हो और युवा पीढ़ी को इसके प्रति जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के मिशन में जुटी हुईं श्रीमती पूजा छाबड़ा ने स्व. गुरूशरण छाबड़ा के संकल्प को जिंदा रखा है।

पूर्व सांसद श्री अविनाश पाण्डे ने कहा कि मुझे कभी स्व. छाबड़ा से मिलने का सौभाग्य नहीं मिला, लेकिन मुझे उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व के बारे मेंं जानकारी है। नशे से समाज को मुक्त कराने के लिए उन्होंने अपनी जान तक दे दी।

स्व. छाबड़ा की पुत्रवधू श्रीमती पूजा छाबड़ा ने कहा कि महिला जनजागरण एवं सशक्तीकरण, नशामुक्ति जैसे सामाजिक कार्यों की बात गांव-ढाणी तक पहुंचाने का काम स्व. छाबड़ा की प्रेरणा से सम्भव हो पाया है। उन्होंने नशामुक्ति की दिशा में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सराहा।

इस अवसर पर चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, महिला बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती ममता भूपेश, आरटीडीसी के पूर्व चेयरमैन श्री राजीव अरोड़ा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर व्यसन मुक्ति की दिशा में अलख जगाने वाली महिलाओं से मुलाकात की और उनका उत्सावद्र्धन किया।