जयपुर, 9 नवम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन एक अनुकरणीय कदम है और सभी समाजों को ऎसे आयोजनों के लिए पहल करनी चाहिए। ऎसे आयोजनों से सभी बिरादरी के लोगों में आपसी भाईचारा और सौहार्द स्थापित होता है।
श्री गहलोत शुक्रवार को अलवर के अंगारी गांव में सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन में वर-वधुओं के आशीर्वाद समारोह सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दहेज प्रथा समाज के लिए एक अभिशाप है। समाज में आज भी दहेज के लिए प्रताड़ना महिलाओं को झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन जैसे आयोजन से समाज में फैली इस बुराई पर रोक लगाई जा सकती है। उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और संस्कार देकर समाज में फैली कुरीतियों पर रोक लगाने की अपील भी की।
मुख्यमंत्री ने सामूहिक विवाह में शामिल 140 नवदम्पतियों के सुखी वैवाहिक जीवन की कामना की। उन्होंने थानागाजी से विधायक श्री कान्तिलाल मीना की ओर से आयोजित सर्वजातीय सामूहिक विवाह की प्रशंसा करने हुए कहा कि उनकी तरह समाज के अन्य प्रतिष्ठित लोगों को सर्वजातीय सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी विभिन्न सामाजिक योजनाओं के माध्यम से सर्वसमाज के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है।
समारोह में उप मुख्यमंत्री श्री सचिन पायलट ने भी शिरकत की। उन्होंने सामाजिक उत्थान के लिए सामूहिक विवाह की परम्परा को अनुकरणीय बताया। कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री भंंवर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि विधायक श्री मीना ने पुत्र अपने का विवाह इसी सम्मेलन में किया है, इसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। उन्होंने सर्वसमाज के उत्थान की दिशा में यह उल्लेखनीय कदम उठाया है।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती ममता भूपेश, श्रम राज्य मंत्री श्री टीकाराम जूली, विधायक श्रीमती शकुन्तला रावत, श्रीमती सफिया जुबेर खान एवं श्री दीपचन्द खैरिया, पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह सहित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।