जयपुर, 4 दिसम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि संवेदनशील, पारदर्शी और जवाबदेह शासन का संकल्प प्रदेश के कर्मचारियों और अधिकारियों के सहयोग से ही साकार हो सकता है। सरकार का इकबाल कार्मिकों की कार्यशैली पर निर्भर करता है। ऎसे में सभी कर्मचारियों का दायित्व है कि वे सुशासन की भावना के साथ राज-काज सम्पादित करें।
श्री गहलोत मंगलवार को शासन सचिवालय में राजस्थान सचिवालय कर्मचारी संघ की नवगठित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की सुविधाओं का ध्यान रखना सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार इसमें कोई कमी नहीं रखेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार रिक्त पदों को भरने के लिए प्रयासरत है, लेकिन कई बार भर्तियां किन्हीं कारणों से न्यायालयों में अटक जाती हैं। हम ऎसा सिस्टम तैयार करने का प्रयास करेंगे कि भर्तियां बिना किसी रूकावट के समय पर पूरी हो सकें। उन्होंने कहा कि हमारी पिछली सरकार में कर्मचारियों की सभी उचित मांगों को पूरा करने का प्रयास किया गया था। इस बार भी सरकार कर्मचारी हितों का पूरा ध्यान रखेगी।
श्री गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार से राज्य को मिलने वाली करों की हिस्सा राशि एवं केंद्र प्रवर्तित योजनाओं में मिलने वाले अनुदान में बड़ी कटौती होने से राज्य सरकार को विकास कार्यों के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही राज्य को पेट्रोलियम से मिलने वाले राजस्व में भी काफी कमी आई है, लेकिन राज्य सरकार इन विपरीत परिस्थितियों में भी पूर्व की भांति कुशल वित्तीय प्रबंधन करने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी किसी के बहकावे में आकर हड़ताल जैसे कदम नहीं उठाएं। इससे अच्छा संदेश नहीं जाता है और लोगों को अपने काम कराने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी भी समस्या की सुनवाई एवं संवाद के लिए हमेशा तैयार है।
मुख्य सचिव श्री डीबी गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार कर्मचारी की सुविधाओं एवं सेवा संबंधी मुद्दों पर सदैव सकारात्मक रूख रखेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुरूप कार्मिकों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिए जाने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों के अनुपयोगी पत्रावलियों को अभिलेखित करने के लिए 180 कार्मिकों को हरीशचंद्र माथुर राज्य लोक प्रशिक्षण संस्थान में विशेष प्रशिक्षण दिलवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग एवं कर्मचारी चयन आयोग में लंबित भर्तियों को भी शीघ्र पूरा करने के लिए उनके स्तर पर लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने राजस्थान सचिवालय कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को पद की प्रतिष्ठा की शपथ दिलाई। इससे पूर्व कार्यकारिणी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री देवेन्द्र सिंह शेखावत ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि सचिवालय कर्मचारी राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने के लिए पूरी निष्ठा और समर्पण भाव के साथ कार्य करेंगे। इस अवसर पर राजस्थान सचिवालय सेवा के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।