नई दिल्ली: 12वीं की बोर्ड और लॉ की प्रवेश परीक्षा के बीच केवल 35 दिन का अंतराल रहने के साथ आखरी वक्त में तैयारी करना कभी भी लाभकारी नहीं रहा है। इससे छात्रों को कुछ खास फायदा नहीं होता है। लॉ के लिए तैयारी के दौरान आखरी वक्त का दबाव कम करने के लिए उम्मीदवारों को एक साल पहले ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, जिससे उन्हें एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश मिल सके। प्रवेश परीक्षा में सफलता के लिए शुरुआत से ही तैयारी करना हमेशा फायदेमंद होता है।
पिछले कुछ समय में, लॉ के कोर्स को भारी लोकप्रियता मिली है और इसका कारण यह है कि किसी भी स्ट्रीम का छात्र आसानी से इसका चयन कर सकता है। इसके अलावा, समाज में करियर और सम्मान के मामले में भी इसका बहुत स्कोप है।
प्रथम एजुकेशन के हेड श्री अंकित कपूर ने बताया कि, “छात्र इन प्रतियोगी परीक्षाओं की शुरुआती तैयारी की जरूरत को अच्छे से समझते हैं। क्लैट की प्रवेश परीक्षा रीडिंग एबिलिटी पर ज्यादा जोर देती है, इसलिए छात्रों को एक अच्छा रीडर होना चाहिए। प्रथम विज़किड, वन इयर प्रोग्राम छात्रों को सभी चीजों के बीच संतुलन बनाकर तैयारी करने में मदद करता है। प्रथम द्वारा कराई गई तैयारी के साथ छात्रों को बेसिक कॉन्सेप्ट समझने में आसानी होती है।”
हालांकि, उचित तैयारी में टाइम मैनेजमेंट की एक अहम भूमिका है, जहां छात्रों के लिए 12वीं की बोर्ड परीक्षा के साथ प्रवेश परीक्षा की तैयारी पर भी ध्यान देना जरूरी है। छात्रों के लिए दोनों परीक्षाओं के बीच संतुलन बनाकर रखना आवश्यक हो जाता है क्योंकि एक अंको के आधार पर कॉलेज में प्रवेश दिलाती है तो दूसरी प्रवेश परीक्षा के आधार पर एक बेहतरीन संस्थान में पढ़ने का मौका देती है। नियमित रूप से अभ्यास के साथ छात्रों को इस प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं को क्रैक करने में सहायता मिलती है।
श्री अंकित कपूर ने आगे बताया कि, “परीक्षा को क्रैक करने के लिए छात्रों के लिए अपने मजबूत और कमजोर पहलुओं की पहचान करना आवश्यक होता है। इसके अलावा तैयारी के लिए 1 साल का कोर्स करने से उन्हें अभ्यास और रिवीज़न के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। शुरुआत से ही एक सही नज़रिया और सही मार्गदर्शन सफलता पाने में मदद करता है। शुरुआती क्लासेस में तैयारी पर अच्छे से ध्यान देने से बोर्ड परीक्षा के दौरान तनाव और दबाव कम हो जाता है। इसी के साथ छात्रों को एप्टीट्यूड टेस्ट में पूछे जाने वाले सवालों की अच्छी समझ हो जाती है।”
प्रथम, प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए न सिर्फ सभी विषयों को कवर करता है बल्कि स्टडी मटीरियल के साथ मॉक टेस्ट, हैंडआउट, ई-लेक्चर, करंट अफयर्स और लीगल अफयर्स की जानकारी भी उपलब्ध कराता है। यदि किसी छात्र को लिखने में समस्या आती है तो प्रथम ऐसे छात्रों को अलग से समय देकर उन्हें लिखने का अभ्यास कराता है।