एनएसडीसी को अपने उत्कृष्ट वर्कप्लेस कल्चर के प्रति कमिटमेन्ट की पुष्टि करते हुए ग्रेट प्लेस टू वर्क सर्टिफिकेशन से सम्मानित किया गया

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नई दिल्ली, जनवरी 2024.

कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के नॉलेज और इम्प्लीमेन्टेशन पार्टनर, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) को नॉन प्रॉफिट और चैरिटी कैटेगरी के तहत ग्रेट प्लेस टू वर्क® इंडिया द्वारा प्रमाणित किया गया था। 31 जुलाई, 2008 को अपनी स्थापना के बाद से, एनएसडीसी बड़े और गुणवत्तापूर्ण व्यावसायिक संस्थानों के निर्माण को बढ़ाकर कौशल विकास को बढ़ावा दे रहा है। इसने महत्वपूर्ण उद्योग भागीदारी के माध्यम से कौशल को अंतरराष्ट्रीय मानकों तक अपग्रेड किया है और स्टैंडर्ड, करिकुलम और क्वालिटी आश्वासन के लिए आवश्यक ढांचे विकसित किए हैं।

एनएसडीसी विविध पृष्ठभूमि, जातीयता और शैक्षिक योग्यता वाले उत्साही प्रोफेशनलों के साथ एक घनिष्ठ कम्युनिटी रहा है। कंपनी का दृढ़ विश्वास है कि संगठन को उत्पादक और फायदेमंद बनाने के लिए मैनेजरों और उनके कर्मचारियों के बीच विश्वास और सम्मान होना जरूरी है। यह मान्यता एक ऐसा कार्यस्थल बनाने के प्रति एनएसडीसी के समर्पण को उजागर करती है जहां हर कोई प्रसन्नता के साथ काम करते हुए अपने जीवन में आगे बढ़ सकता है।

द ग्रेट प्लेस टू वर्क® वर्कप्लेस कल्चर में एक ग्लोबल लीडर है, जो संगठनों को लगातार और अत्यधिक पॉजिटिव इम्प्लॉयी एक्सपीरिएन्स बनाने में मदद करता है। भारत में, ग्रेट प्लेस टू वर्क® 22 विविध उद्योगों में फैले 1400 से अधिक संगठनों के साथ सालाना सहयोग करता है। इसकी रिसर्च के अनुसार, अनुकरणीय वर्कप्लेस में प्रभावी लीडरशिप, लगातार पॉजिटिव इम्प्लॉयी एक्सपीरिएन्स और सस्टेनेबल फाइनेन्शियल परफार्मेन्स के प्रति प्रतिबद्धता जैसे गुण होते हैं।

एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी, श्री वेद मणि तिवारी ने कहा, ““एनएसडीसी में, विकास और समान अवसर के हमारे मूलभूत सिद्धांत मार्गदर्शक स्तंभों के रूप में कार्य करते हैं, जो प्रत्येक कर्मचारी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।। यह सर्टिफेकशन एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देने के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है जो लर्निंग, इनोवेशन और समान अवसरों को बढ़ावा देता है। हमें इस उपलब्धि पर बहुत गर्व है, इसका श्रेय एनएसडीसी टीम के अटूट समर्पण और लचीलेपन को जाता है। जैसे-जैसे हम उत्कृष्टता की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, हमारा उद्देश्य एनएसडीसी को सशक्तिकरण और असीमित अवसरों के प्रतीक के रूप में बदलना है।

ऐसे समय में जब वर्कप्लेस पर लैंगिक समानता पर महत्वपूर्ण ध्यान दिया गया है, एनएसडीसी प्रत्येक कर्मचारी के विचारों और दृष्टिकोणों को प्रोत्साहित करता है और यह  महिलाओं के काम करने के लिए एक अनुकूल स्थान भी है। भारत को विश्व की कौशल राजधानी में बदलने की एनएसडीसी की यात्रा में महिलाएं समान भागीदार हैं और हर कदम पर प्रमुख डिसीजन-मेकर हैं।

एनएसडीसी कौशल विकास के अवसरों को जमीनी स्तर पर ले जाकर लोगों, उनके परिवारों और समुदायों के जीवन पर प्रभाव डालकर भारत को कौशल केन्द्र बनने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। वर्तमान कारोबारी माहौल और हमारे हितधारकों की जरूरतों पर विचार करके इन राष्ट्रव्यापी कौशल प्रशिक्षण पहलों को प्रसारित करने के लिए इसके पास विविध पृष्ठभूमि के शीर्ष स्तर के प्रोफेशनलों के साथ एक मजबूत कम्युनिकेशन चैनल है।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई), इत्यादि जैसी प्रमुख योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए जिम्मेदार नोडल बॉडी के रूप में, एनएसडीसी की रणनीति, हमारे जनसांख्यिकीय लाभांश को सशक्त बनाने और 2047 तक विकसित भारत के विज़न को पूरा करने के मजबूत आधार पर बनाई गई है। एनएसडीसी इंटरनेशनल, जो एनएसडीसी की 100% स्वामित्व वाली सब्सिडरी कंपनी है, विभिन्न बाहरी देशों और संगठनों के साथ सहयोग करके कुशल कार्यबल की अंतर्राष्ट्रीय मोबिलिटी को प्रोत्साहित कर रही है।