जयपुर, 5 नवम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सोमवार को भीलवाड़ा जिले के करेड़ा मेें राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित निःशुल्क शल्य चिकित्सा शिविर का अवलोकन किया। उन्होंने मरीजों से बातचीत कर उनकी बीमारी और इलाज के बारे में जानकारी ली।
श्री गहलोत ने इस अवसर पर वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान को चिकित्सा के क्षेत्र में देश में सिरमौर बनाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में निःशुल्क दवा योजना, निःशुल्क जांच योजना सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य का अधिकार है और सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।
रोगों से बचाव की आदत डालें
मुख्यमंत्री ने बीमारियों से बचाव के लिए स्वस्थ आदतें अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए जल्द ही एक अभियान प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर लोगों को पर्यावरण की सुरक्षा, रोगों से बचाव एवं सही खान-पान की आदतें विकसित करने के लिए पे्ररित किया जाएगा।
श्री गहलोत ने चिकित्सा शिविर के आयोजन पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि जनसहयोग से बड़ी संख्या में ऎसे कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। शिविर में विभिन्न बीमारियों की शल्यक्रिया सहित आवश्यक चिकित्सा प्रदान कर मरीजों को राहत दी जा रही है। मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने दिव्यांगों को बैट्री-चालित तिपहिया वाहन भी वितरित किये।
सिलिकोसिस को लेकर संवेदनशील
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा अधिकारियों के साथ खनन कायोर्ं में लगे मजदूरों को होने वाली सिलिकोसिस बीमारी के लक्षण, उपचार एवं राज्य सरकार द्वारा पीड़ितों को दी जाने वाली सहायता के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होेंने कहा कि जानलेवा रोग के बदले में मुआवजा दिया जाना इस समस्या का हल नहीं है। खान मालिकों को चाहिए कि वे पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ ही मजदूरों से काम करवाएं।
मुख्यमंत्री इलाज कराने आए मरीजों से भी रूबरू हुए। उन्होंने शिविर आयोजन में स्थानीय विधायक श्री रामलाल जाट के प्रयासों की सराहना की।
प्रत्येक जिले में होगा सरकारी मेडिकल कॉलेजः चिकित्सा मंत्री
शिविर में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि सरकार आमजन के स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ करवाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। प्रत्येक जिले में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिन मेडिकल कॉलेजों में पीजी कोर्स नहीं है, वहां स्पेशलिस्ट डॉक्टर तैयार करने के लिए जल्द ही नये कोर्स प्रारंभ किये जायेंगे। उन्होंने मिलावटखोरों एवं नशे के खिलाफ सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान की जानकारी दी और कहा कि आमजन के स्वास्थ्य के साथ कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
महात्मा गांधी चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरूण गौड़ एवं मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ. राजन नन्दा ने मुख्यमंत्री को शिविर में उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सुविधाओं के बारे में अवगत कराया।
छोटी बच्ची ऑपरेशन के लिए जयपुर रेफर
करेड़ा में शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन 5 वर्षीय बच्ची के माता-पिता के लिये राहत का सबब बना। बच्ची के तीन ऑपरेशन होने हैं। शिविर के माध्यम से बच्ची को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत निःशुल्क ऑपरेशन हेतु जयपुर जे.के. लोन हॉस्पिटल भेजा जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस बच्ची से मुलाकात की, उसे दुलारा और उसके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
इस दौरान खान मंत्री श्री प्रमोद जैन भाया, विधायक श्री रामलाल जाट एवं श्री कैलाश त्रिवेदी, पूर्व विधायक श्री धीरज गुर्जर एवं श्री विवेक धाकड़, श्री हगामी लाल मेवाडा, श्री महावीर मोची सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।