जयपुर, जनवरी 2021.
कोविड महामारी के इस दौर में वैक्सीन का यह
पहला चरण अब तक की सबसे बड़ी उम्मीद की किरण के रूप में उभरा है। इसी कड़ी में नारायणा
मल्टीस्पेशेलिटी अस्पताल, जयपुर के 73 वर्षीय सीनियर जनरल सर्जन डॉक्टर
जे.एम. मेहता समेत कई डॉक्टरों को कोविड वैक्सीन
देकर वैक्सीन ड्राइव की शुरुवात की गई। ध्यान देने योग्य बात यह भी है कि डॉक्टर
जे.एम. मेहता पहले से बहुत सी बीमारियों और शारीरिक स्थितियों का सामना कर रहे हैं,
उनमें कोविड वैक्सीन के बाद किसी तरह का दुष्प्रभाव नहीं देखने को मिला। वे अब
दूसरों को भी कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, और कहते हैं कि इस वैक्सीन के संबंध में किसी भी तरह की भ्रांति का शिकार
न हों और अपनी जानकारी के स्रोत सही रखें। नारायणा
मल्टीस्पेशेलिटी अस्पताल, जयपुर ने सही समय पर वैक्सीन ड्राइव की शुरुवात की और अब तक 200 से अधिक डॉक्टरों
एवं स्वास्थ्यकर्मियों को यह वैक्सीन दी जा चुकी है।
डॉक्टर जेएम मेहता, सीनियर जनरल
सर्जन, नारायणा मल्टीस्पेशेलिटी अस्पताल, जयपुर वैक्सीन के बारे में अपने विचार और अनुभव साझा
करते हुए बताते हैं कि, “मेरी एक बार बाईपास सर्जरी हो चुकी है, इसके अलावा
मैं डायबिटीज, माइल्ड हाइपरटेंशन, और
अस्थमा से ग्रसित हूँ। इन सभी समस्याओं से संबंधित दवाओं और डॉक्टर की सलाह का भी
नियमित पालन करता हूँ। कोविड वैक्सीन के लगने के 48 घंटे के बाद भी मैं एकदम
सामान्य महसूस कर रहा हूँ और मैंने किसी भी तरह का दुष्प्रभाव महसूस नहीं किया। मैं
बताना चाहूँगा कि यह वैक्सीन एकदम सुरक्षित है। बाकी सभी की तरह मैं भी बीते 9
महीने से इस महामारी से परेशान था। मैं सरकार के इस कदम के लिए उनका धन्यवाद करता
हूँ। वैक्सीन के इस पहले सफल चरण को देखते हुए मैं आशान्वित हूँ कि जल्द से जल्द
यह वैक्सीन सभी लोगों तक पहुंचे और हम इस महामारी से छुटकारा पा लेंगे।“
वैक्सीन की प्राथमिकता में डॉक्टर्स और
हेल्थकेयर वर्कर्स को रखा गया है जो कि निश्चित रूप से सराहनीय है, क्योंकि वे
कोविड महामारी के इस संघर्ष में सबसे आगे हैं। साथ ही इससे एक स्तर पर संक्रमण से
बचाव और इलाज प्रक्रिया में आसानी भी सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।