भूटान की सीमा से करीब 3-4 किलोमीटर पहले अमार नामक गांव है।
इस गाओं में करीब सौ बौने लोग रहते है। यह गांव बौनों के नाम से जाना जाता। इस गांव के किसी भी शख्स की ऊंचाई साढ़े तीन फ़ीट से ज्यादा नहीं है।
यहाँ कोई अपनी इच्छा से रहने आया है, तो किसी को उसके परिवार वाले छोड़ गए है। ये बौने दिन मे खेती - बाड़ी करते है और शाम होते ही रंगमंच का कलाकार के तौर पर नज़र आते है।