व्यावहारिक शिक्षा आज की आवश्यकता - राज्यपाल

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जयपुर, 22 नवंबर। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि व्यावहारिक शिक्षा आज की आवश्यकता है। व्यावहारिक शिक्षा से युवा स्वावलम्बी बन सकते हैं। वे अपना स्टार्टअप आरम्भ कर सकते हैं। युवा स्वयं का उद्योग आरम्भ करके रोजगार प्रदाता भी बन सकते हैं।
राज्यपाल श्री कलराज मिश्र गुरूवार को टोंक जिले में संचालित वनस्थली विद्यापीठ के विशेष वार्षिक उत्सव को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राज्य की प्रथम महिला श्रीमती सत्यवती मिश्र भी मौजूद रही।

राज्यपाल श्री मिश्र ने कहा कि युवाओं को आत्मविश्वासी बनाया जाना जरूरी है। आत्म विश्वास से भरपूर युवा ही समाज, राज्य और राष्ट्र की निष्ठा व ईमानदारी से सेवा कर सकता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नैतिकता की शिक्षा भी दिया जाना जरूरी है। नैतिकता ही मानव जीवन का आधार होती है। राज्यपाल ने कहा कि छात्राओं में दुर्गा, सरस्वती व लक्ष्मी का स्वरूप दिखाई दे रहा है।
 
छात्राओं को शिक्षा के साथ शारीरिक शिक्षा दिया जाना भी जरूरी है। राज्यपाल ने कहा कि पंचमुखी शिक्षा से बालिकाओं का सर्वागीण विकास हो सकता है। बौद्धिक, व्यावहारिक, कलात्मक, नैतिकता और शारीरिक शिक्षा के सयोजित स्वरूप से प्रत्येक छात्रा के व्यक्तित्व को निखारा जा सकता है। राज्यपाल ने कहा कि राजस्थान शौर्य, कला व सौंदर्य में ख्याति प्राप्त है। प्रदेश की बालिकाओं को हमें आगे बढ़ाना है। बालिकाओं को संस्कारयुक्त आधुनिक शिक्षा से जोड़ा जाना आवश्यक है ताकि वे अपने परिवार के साथ राष्ट्र के विकास में बेहतर योगदान दे सके।

लीन टेक्नोलॉजी की आवश्यकता - राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा कि अब शिक्षा के साथ व्यावहारिक शिक्षा और बदलते वैश्विक स्वरूप में डिजिटल शिक्षा के साथ लीन  टेक्नोलॉजी का ज्ञान युवाओं को कराया जाना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि जीवन के सभी पहलुओं को व्यवस्थित रखकर निष्ठा के साथ राष्ट्र की सेवा में लीन टेक्नोलॉजी सहयोगी होती है। उन्होंने डिजिटल शिक्षा के साथ लीन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने की आवश्यकता प्रतिपादित की। राज्यपाल ने कहा कि लगातार संवाद, आपसी जुड़ाव और आत्मविश्वास  के साथ कार्य करके ही हम राष्ट्र में सकारात्मक वातावरण का निर्माण कर सकते है। 

राज्यपाल श्री मिश्र व श्रीमती सत्यवती मिश्र का विद्यापीठ परिसर में पहुंचने पर पारम्परिक स्वागत विद्यापीठ की अध्यक्ष प्रो. चित्रा पुरोहित, उपाध्यक्ष प्रो. सिद्धार्थ शास्त्री, कुलपति प्रो. आदित्य शास्त्री, सह-कुलपति प्रो. ईना शास्त्री, कोषाध्यक्ष प्रो. सुधा शास्त्री, छात्राओं एवं अधिकारियों द्वारा किया गया। स्वागत द्वार पर सेवा दल के बैंड ने राज्यपाल को सलामी दी। छात्राओ नें सूत की माला पहनाकर राज्यपाल का अभिवादन किया।

राज्यपाल ने ‘श्री शांताबाई शिक्षा कुटीर’ का अवलोकन किया। वीरबाला मैदान में घुड़सवारी एवं मारूत मैदान में फ्लाइंग क्लब की गतिविधियों को देखा। उन्होंने विद्यापीठ के नवीनतम शैक्षिक विभागों- स्कूल ऑफ ऑटोमेशन एवं स्कूल ऑफ डिजाइन का परिदर्शन किया। संगीत विभाग की छात्राओं द्वारा सुर मंदिर सभागार में प्रस्तुत शास्त्रीय संगीत एवं राजस्थानी लोक नृत्य कार्यक्रम की प्रस्तुति को भी राज्यपाल ने देखा। 

राज्यपाल श्री कलराज मिश्र दिल्ली जायेंगे - राज्यपाल श्री कलराज मिश्र शुक्रवार को प्रातः राजकीय वायुयान से दिल्ली जायेंगे। राज्यपाल श्री मिश्र वहां  राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले राज्यपाल सम्मेलन में भाग लेंगे। राज्यपाल श्री मिश्र 24 नवम्बर को जयपुर लोटेंगे।