जयपुर, दिसंबर,
2019: इन्वेस्टमेंट के प्रति जागरुकता बढ़ाने और म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट
को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहते हुए प्रमुख इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म
ग्रो ने हाल ही में जयपुर में होटल ब्लिस में ‘अब जयपुर करेगा इन्वेस्ट’ नामक कार्यक्रम
की मेजबानी की। यह इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म म्यूचुअल फंड में शून्य कमीशन निवेश की
अनुमति देता है। अपनी तरह के अनूठे कार्यक्रम में महत्वाकांक्षी और नए इन्वेस्टर्स
की सक्रिय भागीदारी देखी गई जो यह जानने आए थे कि वे कहाँ और कैसे निवेश करें।
दो घंटे के कार्यक्रम
में कई विषय शामिल थे, जिसमें म्यूचुअल फंड निवेश के लाभ, निवेश में क्या करें और क्या
न करें और भारत के म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की संभावनाओं पर चर्चा शामिल थी। पैनल चर्चा
से इसकी शुरुआत हुई और अनुभवी निवेशकों ने म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट के टिप्स और ट्रिक्स
बताए। पैनल चर्चा के बाद इंटरैक्टिव सेशन था, जहां प्रतिभागियों को सवाल पूछने और शंकाओं
को दूर करने का मौका दिया गया। इस पहल के पीछे विचार इन्वेस्टमेंट से जुड़े आम मिथकों
को तोड़ना और युवा इन्वेस्टर्स को अच्छी तरह सोच-समझकर इन्वेस्ट करने का निर्णय लेने
में मदद करना था।
ग्रो के सह-संस्थापक
और सीओओ हर्ष जैन ने इस पहल के बारे में अपनी अंतर्दृष्टि साझा करते हुए कहा, “हमने
निवेश को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए ग्रो की शुरुआत की थी।आज हमारे पास देश भर में
40 लाख से ज्यादा यूजर हैं, जो लोगों का हमारे ऊपर विश्वास दर्शाता है। हमने जयपुर,
लखनऊ, पटना आदि शहरों से बढ़ती मांग के कारण ऐसे शहरों पर ध्यान देने का फैसला किया
है जो महानगर नहीं हैं। हकीकत यह है कि अकेले जयपुर में 1.2 लाख यूजर हैं। 'अब जयपुर
करेगा इनवेस्ट' - लोगों को आमने-सामने आकर मदद करने का एक कार्यक्रम था, जिसमें बड़ी
संख्या में लोग शामिल हुए। मैं युवाओं के बीच इस तरह के उत्साह और आयोजन में भागीदारी
को देखकर रोमांचित हूं।"
2017 में शुरू हुए
ग्रो ने भारत में पहले ही मजबूत यूजर-बेस तैयार किया है, जो टियर-1 और टियर-2 शहरों
के युवा निवेशकों को सेवाएं दे रहा है। तेजी से खुद को ऑपरेशंस के हर स्तर पर ग्राहकों
के लिए आरामदेह बनाने की ब्रांड संस्कृति के माध्यम से कंपनी सबस्क्रिप्शन, ट्रांजेक्शन
या किसी अन्य अतिरिक्त शुल्क के बिना जीरो-कमीशन डायरेक्ट म्यूचुअल फंड प्रदान करता
है। कंपनी वर्तमान में भारत के 800 से अधिक शहरों में पूरी तरह से पेपर-लेस, एंड-टू-एंड
ट्रांजेक्शन मॉडल पर काम कर रही है। इसकी भविष्य की योजनाओं में नए बाजारों में प्रवेश
करना और अपनी प्रोडक्ट लाइन को विस्तार देना है।