चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक -महिलाओं एवं बच्चों का समग्र विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता ः मुख्यमंत्री

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जयपुर, 12 फरवरी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि महिलाओं एवं बच्चों को बेहतर पोषण, बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल विकास एवं आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के सहयोग से इस क्षेत्र में नवाचारों के साथ एक कदम आगे बढ़ाते हुए काम किया जाए। उन्होंने इसके लिए एक स्टीयरिंग कमेटी गठित करने के भी निर्देश दिए।

श्री गहलोत बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधियों के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास सहित अन्य विषयों पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यद्यपि राजस्थान में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बालिका शिक्षा, मातृ एवं शिशु पोषण तथा स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अच्छा काम हो रहा है, लेकिन चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के तकनीकी सहयोग से इस दिशा में और बेहतरीन ढंग से आगे बढ़ा जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिका शिक्षा, महिलाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार के विभिन्न अवसर उपलब्ध करवाने तथा पोषण स्तर को सुधारने से हमारी आने वाली पीढ़ी अधिक स्वस्थ और समृद्ध होगी। इन क्षेत्रों में उत्तरोत्तर विकास के लिए हरसम्भव प्रयास किए जाएं। सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन का तकनीक सहयेाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

बैठक में फाउण्डेशन की सीईओ श्रीमती कैट हैम्पटन ने कहा कि उनका फाउण्डेशन राजस्थान में महिलाओं, बालिकाओं एवं बच्चों के समग्र विकास के लिए निवेश जारी रखना चाहता है। फाउण्डेशन इन क्षेत्रों में अपना पूरा सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने प्रदेश में विद्युत सुधार, रिन्यूएबल एनर्जी एवं वायु प्रदूषण की रोकथाम के क्षेत्र में भी काम करने की इच्छा व्यक्त की। सीईओ हैम्पटन ने शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी के लिए सरकार के प्रयासों को सराहा
श्रीमती हैम्पटन ने मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाए जाने के राज्य सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने प्रसूता को मिलने वाली सहायता राशि के कार्य में ‘राजपुष्ट प्रोजेक्ट‘ के माध्यम से राज्य सरकार के प्रयासों के साथ कार्य करने की इच्छा जाहिर की। उन्होंने प्रदेश में विभिन्न नवाचारों के माध्यम से प्रसव कक्षों में सुरक्षित प्रसव के लिए की गई पहल ‘दक्षता प्रोजेक्ट‘ की भी सराहना की। उल्लेखनीय है कि आंधप्रदेश द्वारा इस प्रोजेक्ट को अपनाया गया है। ये प्रयास अब राष्ट्रीय नीति का हिस्सा भी बन रहे हैं।

बैठक में मुख्य सचिव श्री डीबी गुप्ता, शासन सचिव महिला एवं बाल विकास श्री केके पाठक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री नरेश कुमार ठकराल, चिल्ड्रन इन्वेस्टमेंट फण्ड फाउण्डेशन के प्रतिनिधि एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।