सूरजपुर (छत्तीसगढ़), जिले के तेरह शिक्षकों को, कोरोना वायरस के चलते, गृह संगरोध (होम क्वारंटाइन) होना पड़ा। मगर शिक्षक तो विषम परिस्थिति को भी सुयोग अवसर बना लेता है। कुछ ऐसा ही किया जिला के इन तेरह शिक्षकों ने। अपने घर में बंद, इन शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपनी कलम उठायी, और रच डाली एक काव्य कृति “अंतर्नाद – काव्य सरिता”। इस पुस्तक का प्रकाशन पंचकुला हरियाणा के प्रकाशक ‘द इंडियन वर्डस्मिथ’ द्वारा किया जा रहा है। कम्पनी के प्रवक्ता ने बताया की 144 पृष्ठ की यह पुस्तक ऑनलाइन स्टोर्स के इलावा गूगल बुक्स और गूगल प्लेस्टोर पर भी उपलब्ध रहेगी।
पुस्तक में शामिल कवि-शिक्षक हैं, धर्मानंद गोजे ‘आनंद’, रवि शंकर साहू, सीमांचल त्रिपाठी, गोवर्धन सिंह, मनोज कुमार पाटनवार, सुजीत कुमार मौर्य 'आरजू', प्रियंका सिंह 'प्रकृति', शशि पाठक, अजय कुमार यादव, लुकेश्वर सिंह, रीता गिरी ‘भारती’, नंद कुमार सिंह और कृष्ण कुमार ध्रुव। पुस्तक के संकलन और समन्वय की ज़िम्मेदारी निभायी है सीमांचल त्रिपाठी ने।