प्रत्येक विद्यालय में कम्प्यूटर लैब और कम्प्यूटर शिक्षक की सुनिश्चिता के होंगे प्रयास सरकारी विद्यालयाें में होंगे वार्षिकोत्सव, प्रत्येक विद्यालय के लिए 10 हजार का प्रावधान -शिक्षा राज्य मंत्री

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जयपुर, 15 अक्टूबर। शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा है कि राज्य के प्रत्येक स्कूल में कम्प्यूटर लैब और कम्पयूटर शिक्षक की उपलब्धता हो, इस पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। 

श्री डोटासरा आज यहां राजकीय पोद्दार उच्च माध्यमिक विद्यालय में कम्प्यूटर प्रयोगशाला के उद्घाटन बाद आयोजित समारोह का संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर मुख्यमंत्री स्तर पर स्वीकृति के लिए भेजा गया है। प्रयास है कि हरेक स्कूल में आधुनिक समय की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आईसीटी लैब और कम्प्यूटर शिक्षा की प्रभावी व्यवस्था  सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि  राज्य सरकार कोचिंग के लिए भी कानून बनाकर उसे लागू किए जाने पर विचार कर रही है। इसके अंतर्गत कोचिंग संस्थानों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। 

श्री डोटासरा ने कहा कि राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर खेल सुविधाएं और अच्छा साहित्य पढ़ने को मिले-इसके लिए 38 करोड़ रूपये का विशेष प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों का सामाजिक अंकेक्षण सभी स्तरों पर सुनिश्चित करने के लिए ही प्रदेश मं  बालसभाओं के आयोजन की पहल की गयी है। बालसभाओं के जरिए शिक्षा में जन भागीदारी बढ़ी है। भामाशाहों ने बालसभाओं के माध्यम से 10 करोड़ का सहयोग विद्यालयों में सुविधाओं के विकास के लिए किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह तय किया है कि निजी विद्यालयो की ही तरह ही राजकीय विद्यालयों में भी वार्षिकोत्सवों का आयोजन हो। इसके लिए राज्य के हरेक विद्यालय के लिए 10 हजार रूपये राशि का प्रावधान किया गया है।

शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि अधिकारों के साथ कत्र्तव्यों के प्रति भी जो सजग है, वहीं समाज को आगे ले जा सकते हैं। उन्होंने ‘वी केन गिव देम होप’ ट्रस्ट द्वारा पोद्दार स्कूल में कम्प्यूटर प्रयोगशाला की स्थापना के साथ ही समाज सेविका कमला पोद्दार और ईशा स्वरूप द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ऎसे प्रयासों से ही शिक्षा और समाज का विकास किया जा सकता है। उन्होंने महात्मा गॉंधी के दिए आदर्शों के अंतर्गत सभी को समानता के रास्ते पर ले जाए जाने और राजकीय विद्यालयों को इस तरह से विकसित किए जाने पर जोर दिया जिससे वे रॉल मॉडल बन सके। उन्होंने कहा कि वह स्वयं शिक्षक पुत्र और शिक्षक परिवार से हैं। गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा राजकीय विद्यालयों में मिले, इसके लिए राज्य सरकार कृतसंकल्प हैं। इसीलिए राज्य में शिक्षा क्षेत्र में विकास के लिए जमीनी स्तर पर प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय के दौरान शिक्षा क्षेत्र में राज्य में हुए प्रयासों से समाज की यह धारणा बदली है कि सरकारी विद्यालयों में गुणवत्ता की शिक्षा नहीं मिलती। 

श्री डोटासरा ने कहा कि पहली बार राज्य में विद्यालयों में आधारभुत सुविधाआें के विकास, अतिरिक्त कक्षा कक्ष, कम्प्यूटर लैब स्थापना आदि के लिए 1500 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बच्चों के बस्ते का बोझ कम करने का पहल की है। प्रदेश के विद्यालयों में स्थित 24 हजार कक्षा कक्षों के कबाड़ के निस्तारण की पहल कर उन्हें विद्यार्थियों के उपयोगी बनाने का निर्णय किया है। 31 मार्च तक इस संबंध में पूरी कार्यवाही कर ली जाएगी। इससे प्रदेश के राजकीय विद्यालयों को 24 हजार अतिरिक्त कक्षा कक्ष उपलब्ध हो सकेंगे।

इस अवसर पर विधायक श्री बलजीत यादव ने कहा कि राजस्थान में शिक्षा क्षेत्र में पहली बार बगैर किसी पूर्वाग्रह के विकास की ऎतिहासिक पहल की गयी है। उन्होंने शिक्षा राज्य मंत्री श्री डोटासरा द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए गए कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि राजस्थान शिक्षा क्षेत्र में उनके लिए निर्णयों से निरंतर आगे बढ़ रहा है। ‘वी केन गिव देम होप’ ट्रस्ट की अध्यक्ष श्रीमती ईशा स्वरूप ने कहा कि कम्प्यूटर शिक्षा आज के समय की जरूरत है। इस संबंध में विद्यालय की हर आवश्यकता को पूर्ण करने के लिए उनकी ट्रस्ट प्रयास करेगी। समाजसेविका कमला पोद्दार ने भी विद्यालय के विकास के लिए हर संभव सहयोग का विश्वास दिलाया। पूर्व में विद्यालय के प्राचार्य श्री प्रभाकर इन्दौरिया ने बताया कि पोदर स्कूल के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम तो उल्लेखनीय रहा ही है, इस बार विद्यार्थियाें का गणतंत्र दिवस की दिल्ली में परेड के लिए भी विशेष रूप से चयन हुआ है। सभी का आभार स्टाफ सचिव श्रीमती कमला लाम्बा द्वारा जताया गया।