मुख्यमंत्री निवास पहुंचे विभिन्न प्रतिनिधिमंडल - कल्याणकारी बजट घोषणाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार

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जयपुर, 24 फरवरी। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से सोमवार प्रातः खिलाड़ियों, कॉलेज शिक्षकों, हौम्योपैथी चिकित्सकों सहित विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधिमंडलों ने मुख्यमंत्री निवास पर मुलाकात की और राज्य बजट में की गई कल्याणकारी घोषणाओं तथा अन्य फैसलों के लिए उनका आभार व्यक्त किया। बड़ी संख्या में एथलेटिक्स, कबड्डी तथा वूशू के खिलाड़ी इस दौरान मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए जितनी घोषणाएं इस बार बजट में की गई हैं, वे अभूतपूर्व हैं। 

पूर्व ओलम्पियन धावक श्री गोपाल सैनी तथा कबड्डी कोच श्री हीरानन्द कटारिया सहित अन्य खिलाड़ियों ने कहा कि ओलम्पिक, एशियन तथा कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने पर मिलने वाली ईनामी राशि को चार गुना तक बढ़ाने, 500 खेल कोच लगाने, खिलाड़ियों को मिलने वाले दैनिक भत्ता राशि को दो गुना करने तथा फिट राजस्थान-हिट राजस्थान जैसी घोषणाओं से निश्चय ही प्रदेश में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। 
बानसूर विधायक श्रीमती शकुन्तला रावत के साथ बड़ी संख्या में बानसूर से आए लोगों, किसानों, अधिवक्ताओं आदि ने बानसूर में सीनियर सीजे एंड एसीजेएम कोर्ट, नई स्वतंत्र कृषि उपज मंडी तथा नगरपालिका की घोषणा के लिए श्री गहलोत का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि 70 सालों में कभी भी बानसूर क्षेत्र के लिए एक साथ इतनी घोषणाएं नहीं हुई जितनी की इस बार की गई हैं। राजस्थान होम्यो फिजीशियन एवं होम्योपैथिक कॉलेज एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने अजमेर एवं जोधपुर में राज्य के पहले सरकारी होम्यापैथिक कॉलेज खोलने की घोषणा पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे होम्योपैथी को प्रोत्साहन मिलेगा। एसोसिएशन के पदाधिकारी डॉ. टीपी यादव, डॉ. अजय यादव एवं अन्य होम्यापैथी चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री को बुके एवं गुलाब के फूल भेंट कर इस घोषणा का स्वागत किया।

किशनगढबास विधायक श्री दीपचन्द खैरिया के साथ आए किशनगढबास क्षेत्र के निवासियों ने बजट पर आभार व्यक्त करने के साथ ही किशनगढ़बास में गौण मंडी को स्वतंत्र मंडी का दर्जा देने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। बड़ी संख्या में राजस्थान विश्वविद्यालय के शिक्षक भी मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और कैरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत प्रोफेसर पद पर पदोन्नति के लिए आभार व्यक्त किया। राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ के महासचिव डॉ. विनोद शर्मा सहित अन्य शिक्षकों ने बताया कि राज्य सरकार के सकारात्मक रूख से विश्वविद्यालय के 272 शिक्षकों को आठ साल बाद पदोन्नति का लाभ मिल सकेगा।