वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन ने एक बार फिर
कोविड 19 को हराने के लिए एक नया कदम लिया। यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर
ने कोरॉना महामारी के दूसरे चरण को देखते हुए डिजास्टर मैनेजमेंट में एक नए कोर्स
की घोषणा की है। इस कोर्स का नाम है डिजास्टर रिजिलिएंट प्लैनिंग और डिज़ाइन एवं
इसकी अवधि 1 वर्ष की है।
डिजास्टर मैनेजमेंट के इस कोर्स का मुख्य
उद्देश्य है भारत को आने वाली आपदाओं के लिए निश्चित रूप से तैयार करना। 2021 में कोविड महामारी ने जो विकट रूप धारण किया है, उससे
कोई भी अंजान नहीं है। ऐसे मुश्किल समय के लिए अपने देश की भौतिक एवं आर्थिक
संरचना को संभालते हुए सामने खड़ी होने वाली परेशानियों का मुकाबला करने के लिए
यहां के नौजवानों को तैयार होना होगा। यह सब तभी संभव है यदि भारतीय छात्र
डिजास्टर मैनेजमेंट के महत्व को समझें और जाने की यह क्षेत्र आने वाले समय में
कितना कारगर साबित हो सकता है।
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन के इस कोर्स में
पूर्णतः रूप से सभी पहलुओं को कवर किया जाएगा। छात्रों को भूगोल, ऐतिहासिक, सामाजिक एवं राजनीतिक पहलुओं को ध्यान में
रखते हुए डिजास्टर मैनेजमेंट के सिद्धांतों को क्रियात्मक रूप से लागू करने पीआर
विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस प्रकार से डिजास्टर मैनेजमेंट के छात्र देश के बहुत
काम आ सकते हैं क्योंकि ऐसे ग्रेजुएट्स की हर तरफ जरूरत है, तो
फिर वो सरकारी क्षेत्र हो या प्राइवेट। देश विदेश में डिजास्टर मैनेजमेंट के महत्व
को समझा गया है, इसके अतिरिक्त हर बड़ी कंपनी का एक अलग ही डिपार्टमेंट होता है जो इस
क्षेत्र पर फोकस करता है। अलग अलग रैंको में डिजास्टर मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स के लिए
पोस्ट हैं।
स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर में इस कोर्स के लिए
एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और कोई भी छात्र जिसने ग्रेजुएशन में 50% या इससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं इस कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
एडमिशन की आखरी तिथि है 31 जुलाई 2021।