जयपुर,
17 सितंबर, 2022.
हाल
ही में संपन्न हुई आईडीएफ वर्ल्ड डेयरी समिट 2022 के तहत आयोजित तकनीकी यात्रा में
शरीक हुए 9 देशों के 13 प्रतिनिधियों ने जयपुर मिल्क यूनियन के अखिल महिला डेयरी सहकारी
समिति कांवरपुरा का दौरा किया।
माननीय
प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा उदघाटित विश्व डेयरी शिखर सम्मेलन के समापन
के तुरंत बाद राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं आईएनसी आईडीएफ के सचिव श्री
मीनेश शाह के निमंत्रण पर सारे प्रतिनिधि छोटे और सीमांत डेयरी किसानों के काम को नजदीक
से प्रत्यक्ष रूप से देखने के लिए जयपुर की यात्रा की।
कांवरपुरा
सहकारी समिति में 100 दूध उत्पादक सदस्य हैं जो लगभग 750 लीटर दूध प्रतिदिन प्राप्त
करते है।
विदेशी
प्रतिनिधियों का स्वागत राजस्थान सहकारी डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) के अध्यक्ष और एमडी
श्रीमती सुषमा अरोड़ा (आईएएस), जयपुर दुग्ध संघ के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश पुनिया, और
जयपुर यूनियन के एमडी श्री चंदमल वर्मा (आरएएस) ने आसपास के गांवों के लगभग 600 किसानों
की उपस्थिति में किया | उनका स्वागत पारंपरिक राजस्थानी पगड़ी और माला भेंट कर तथा
लोक गीतों और लोक संगीत के प्रदर्शन के साथ किया गया।
विदेशी
प्रतिनिधियों के इस दौरे की शुरुआत मुख्य रूप से छोटे-छोटे डेयरियो में दूध संग्रह
करने के तरीके को देखने से हुई, जिसमें वे विशेष रूप से डेयरी सहकारी समितियों में
दूध की गुणवत्ता परीक्षण सुविधाओं से प्रभावित हुए और सहकारी डेयरी संघ द्वारा किए
जा रहे प्रयासों की सराहना भी की।
विदेशी
प्रतिनिधियों ने पारंपरिक पशु आवास का भी दौरा किया और स्थानीय भारतीय मूल के मवेशियों
की नस्लों और उनके प्रजनन करने के तरीके और साथ ही दूध उत्पादन तथा जलवायु परिवर्तन
के असर के बारे में पूछताछ की |
इस
यात्रा का अंतिम चरण एक बायोगैस संयंत्र में था जहां सारे विदेशी प्रतिनिधि ग्रीन हाउस
गैस उत्सर्जन के दुष्प्रभावों को रोकने के लिए उपयोग किये जा रहे प्रभावी उपकरण के
कायल हुए। उनका विचार था कि खाद प्रबंधन की चुनौती को दूर करने के लिए अन्य राष्ट्रों
द्वारा बायोगैस के इस मॉडल को अपनाया जा सकता है।
आरसीडीएफ के अध्यक्ष और एमडी श्रीमती सुषमा अरोड़ा (आईएएस) ने लोगों को संबोधित किया और आरसीडीएफ और जयपुर दुग्ध संघ द्वारा किये जा रहे कामों के बारे में विस्तार से बताया।
सभी प्रतिनिधि अपने जीवनकाल के इस अनुभव से अभिभूत हुए और बहुत सम्मानित महसूस कर रहे थे। उन्होंने लोगों को आजीविका प्रदान करने और लड़कियो की शिक्षा आदि को बढ़ावा देने के कामों में डेयरी सहकारी की भूमिका की भी सराहना की।