अजमेर,
दिसंबर, 2022.
यूफियस लर्निंग मूल
रूप से स्कूलों को सेवाएं देने वाले भारत के सबसे बड़े प्लेटफॉर्मों में से एक है जिसकी
20,000 से अधिक स्कूलों में पहुँच है। हाल में यूफियस ने अजमेर में एक सेमिनार सीरीज़
का पहला आयोजन किया जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के मुख्य उद्देश्यों
के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इन्हें लागू करने की चुनौतियों पर विमर्श करना
है।
सेमिनार में 35 प्रमुख
स्कूलों से 60 प्रतिभागी शामिल हुए। इनमें प्रधानाध्यापक, उप-प्राचार्य और विभिन्न
विषयों के विभाग प्रमुख भी थे। सेमिनार के मुख्य उद्देश्य एनईपी 2020 के लाभों को सामने
रखने के साथ स्वदेशी एडटेक फर्म यूफियस ने यह भी बताया कि कैसे डिजिटलीकरण और ऑटोमेशन
के साथ 21वीं सेंचुरी स्कूल ओएस की मदद से शिक्षा विशेषज्ञ बेहतर शिक्षा दे पाएंगे।
इसका लाभ प्रिंसिपल, शिक्षक, माता-पिता और विद्यार्थी सभी को होगा।
एनईपी 2020 में टेक्नोलॉजी
को केंद्रीय भूमिका दी गई है। यह कक्षा में और घर पर पढ़ाई करने के बीच का जो अंतर था
उसे दूर करने में सक्षम है। साथ ही, भाषाई बाधाएं दूर हुई हैं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
के साथ 21 वीं सदी के कौशल सर्वसुलभ हो रहे हैं। यूफियिस ने इसी दूरदृष्टि के साथ
2017 में कार्यारंभ किया था।
यूफियस लर्निंग की
यह कोशिश है कि एनईपी 2020 की मुख्य चुनौतियों को बारीकी से समझे। इसके लिए गहन शोध
करते हुए यूफियस ने कई सेवाएं और टूल्स विकसित किए हैं जो एनईपी 2020 के मुख्य उद्देश्य
अर्थात् शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर टेक्नोलॉजी का समावेश करने में सहायक हैं। शिक्षक
यूफियिस सॉल्यूशन की मदद से शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाएंगे और छात्र अधिक ध्यान से सीखेंगे।
यूफियस लर्निंग के
यूनिफाइड प्लेटफॉर्म पर वर्तमान में 7,500+ यूजर स्कूल केवल एक साइन-ऑन कर कंटेंट,
लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (एलएमएस) और एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सभी सेवाएं
ले रहे हैं। वर्षों के शोध और विद्यालय प्रमुखों से संवाद के आधार पर तैयार 21वीं सेंचुरी
स्कूल ओएस में 50 से अधिक मॉड्यूल के अंतर्गत स्कूलों के काम-काज को सुचारु रखने के
लगभग सभी पहलू शामिल किए गए हैं।