सच्चाई के लिए जैसे मैंने सत्ता छोड़ी थी, राजेन्द्र गुढा ने भी इसी रास्ते को अपनाया: एकनाथशिंदे

n-a

जयपुर, सितम्बर 09, 2023.

राजस्थान की गहलोत सरकार से बगावत कर लाल डायरी से सियासत को गरमाने वाले उदयपुरवाटी विधायक राजेन्द्र गुढा ने शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र स्थित अपने फार्म पर बेटे शिवम के जन्मदिन पर शिवसेना का दामन थाम लिया है।

उन्हें शिवसेना जॉइन कराने खुद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचे। राजेंद्र गुढ़ा ने इस मोके पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था। जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। जन सभा का भी आयोजन किया गया। जिसमें शिंदे ने अपनी बात रखी।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बातचीत और जन सभा के संबोधन राजस्थानी में खमाधणी और राम-राम से शुरू किया। कहाकि गुढा शिवसेना के सदस्य बने हैं। महाराष्ट्र के उधोग मंत्री उदय सावंत व राजस्थान की इकाई यहां मौजूद है। राजस्थान वीरो ,संतो ,देवो की भूमि हैं। मैं इसे नमन करता हूँ।

महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज और राजस्थान में महाराणा प्रताप शुरवीर हैं। इस भूमि से कईं लोगो को देश की सेवा में शहादत प्राप्त हुई हैं। दोनो की धरोहर वीरता ओर शुरता का मिलान हुआ है। दोनों साथ साथ आगे बढेगे, राजस्थान के लाखो लोग महारष्ट्र में व्यापार करते हैं। राजेन्द्र गुढ़ा जब भी मुंबई आते हैं तो इनका ध्यान रखने के लिए कहते है। पूरे देश मे 25 राज्यो में शिवसेना काम कर रही हैं। इसका गर्व है अभिमान हैं। राजेंद्र कई सालों से मंत्री विधायक के रूप में काम कर रहे है। बेटे उज्वल राजनैतिक भविष्य के शुभकामनाएं देता हूं।

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पिछले साल गुढा के बेटे शिवम के जन्मदिन पर यहां आए थे। गुढा को कहा था की आपकी बदौलत ही मुख्यमंत्री हूँ। आपकी वजह से ही सरकार बची है। आप नही होते तो मेरी जगह कोई दूसरा ही होता। गुढा का सही कहना, क्या गलत हैं।

जनता की आवाज उठाई। सच्चाई बोलने पर गहलोत ने गुढा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। ऐसे जनप्रतिनिधियों की आवश्यकता इस देश के लोगो की आवश्यकता है। मैने भी सच्चाई व बाला साहब के विचारों के लिए सत्ता को छोड़ दिया। जनता की आवाज को उठाया। गुढा ने भी सच्चाई सामने लाने का काम किया। स्थानीय लोगो को अपने पैरों पर खड़े करना  , महिलाओं किसानों को सुरक्षा देने की आवाज गुढा ने उठाई। भ्रटाचार के खिलाफ खड़े हुए।

हमने महाराष्ट्र में भी सच्चाई का साथ दिया और सत्ता छोड़ दी। कांग्रेस के साथ महा अगाड़ी गठबंधन ने महाराष्ट्र को पीछे धकेल दिया। हमारी सरकार के आने में एक साल में राज्य एक नंबर पर लाए। हम 1 साल में महाराष्ट्र में 1 लाख 37 हजार करोड़ की इंड्रस्ट्री लेकर आए।

यहां भी विकास हो सकता हैं लेकिन यहां सरकार अपने स्वार्थ के चलते स्वयं का विकास कर रही है। राज्य का विकास नही हुआ। गुढा जनता की आवाज उठाते हैं। गुढा जहां से भी खड़े होंगे जनता चुनाव में जीता कर भेजेगी। राजेंद्र गुढ़ा ने राजस्थान के एक अलग माहौल बनाने का काम किया है। शिवसेना ने उन्हें प्रमुख समन्वयक की जिम्मेदारी भी दी है।

शिवसेना राजनीति कम और समाज की नीति ज्यादा करती है। आप सभी लोगो को साथ मे लेकर आगे बढ़ेंगे। गुढ़ा ने जनता की आवाज बुलंद की है। इसलिए राजस्थान के मुख्यमंत्री भी डर गए। जनता की सेवा के लिए महाराष्ट्र की ओर से यहां जन सेवा के लिए 5 एम्बुलेंस दी है। आगे भी और कोई आवश्यकता होगी तो हम पूरा सहयोग करेंगे। अब मेरा राजस्थान आना जाना बना रहेगा। राजस्थान में भाजपा के साथ गठबंधन और चुनाव में प्रत्याशी उतारे जाने को लेकर पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि राजस्थान में जहां जहां लोगो की मांग होगी वहां वहां शिवसेना चुनाव लड़ेगी।

इस दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढा ने शिवसेना में शामिल होने के बाद कहा कि शेखावाटी की धरती से देश में सबसे ज्यादा शहीद होते हैं। इस जमीन से 1962 1971 के युद्ध मे शहीद हुए सैनिकों की गांव गांव मे  प्रतिमाए लगी हैं।

महाराष्ट्र में जिस तरीके से शिवसेना दिन रात तरक्की कर रही है। उसी  तरह राजस्थान में कंधे से कंधा मिलाकर शिवसेना की शुरुआत कर रहे हैं। राजस्थान की धरती से शिवसेना का तीर शानदार तरीके से चलेगा और राजस्थान में परिवर्तन लाएंगे। आम कार्यकर्ताओ की भावनाओं का सम्मान करते हुए पूरे हिंदुस्तान में परचम लहराया जाएगा।

इस मौके पर राजेंद्र गुड़ा ने एकनाथ शिंदे को शिवसेना के चुनाव चिन्ह तीर कमान और तलवार भी भेंट की। एकनाथ शिंदे ने राजेंद्र गुढ़ा के बेटे शिवम गुढा को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। शिवम गुढा को जन्मदिन की बधाई देने देर रात तक बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे।