भिवाड़ी, 26 मार्च, 2024.
क्षेत्र के विकास को
बढ़ावा देने और कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए क्रेडाई एनसीआर (भिवाड़ी नीमराना) ने
राजस्थान सरकार से आग्रह किया है कि भिवाड़ी को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ा
जाए। चूंकि
भिवाड़ी एक उभरता हुआ औद्योगिक और आवासीय केंद्र है और इसका बेहतर परिवहन बुनियादी
ढांचा है। खासकर यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे जैसे प्रमुख एक्सप्रेसवे के साथ
जुड़कर फायदा उठाने के लिए तैयार है। राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव को लिखे एक
पत्र में क्रेडाई एनसीआर भिवाड़ी नीमराना के अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने अनुरोध किया
है कि वह भिवाड़ी को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने पर विचार करें, ताकि इससे न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि
माल और लोगों की सुगम आवाजाही भी होगी। इससे क्षेत्रीय विकास और समृद्धि को भी
बढ़ावा मिलेगा।
इसी सिलसिले में भिवाड़ी को
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए क्रेडाई एनसीआर भिवाड़ी नीमराना ने तीन
संभावित समाधान प्रस्तुत किए हैं।
सबसे पहले, भिवाड़ी को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधे जोड़ने वाली
एक डेडीकेटेड एप्रोच रोड (समर्पित पहुंच सड़क) का निर्माण किया जाए। इसका उद्देश्य
यह होगा कि स्थानीय समुदायों कम से कम दिक्कत हो और मौजूदा सड़क नेटवर्क के साथ
निर्बाध रूप से इसे जोड़ दिया जाए। इसमें मार्ग की दक्षता (रूट एफिशिएंसी) और
सुरक्षा बढ़ाने के लिए सही संकेत, प्रकाश व्यवस्था और
सुरक्षा उपायों को लागू करना शामिल है। इसके अलावा, डेडिकेटेड
फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के साथ-साथ एक सड़क को विकसित
करने संभावना भी तलाश करना है, जिसका दिल्ली-मुंबई
एक्सप्रेसवे पर इंटरचेंज होता हो।
दूसरे, इस बीच भिवाड़ी से पलवल तक एनएच 919 का
चौड़ीकरण और पुनर कार्पेटिंग किया जाए, ताकि दिल्ली-मुंबई
एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी में तेजी आ जाए, क्योंकि केएमपी
एक्सप्रेस वे का दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के साथ एक इंटरचेंज बिंदु है।
अंतिम समाधान यह है कि एमडीआर132 (नूंह होडल रोड) और एमडीआर 61 (राजस्थान)
पर पड़ने वाली चोपांकी से ताजपुर (हरियाणा) तक मौजूदा सड़क का विकास किया जाए।
हालाँकि, इस विकल्प के लिए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक
इंटरचेंज के निर्माण की आवश्यकता होगी।
क्रेडाई एनसीआर भिवाड़ी नीमराना के
अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने कहा, “भिवाड़ी
की निरंतर प्रगति और विकास करना है तो दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से इसकी
कनेक्टिविटी समय की मांग है। हम राजस्थान सरकार से इन प्रस्तावों पर विचार करने और
हमारे क्षेत्र की समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कार्रवाई का आग्रह करते
हैं। इस कनेक्टिविटी को बढ़ाने से न केवल आर्थिक विकास को गति मिलेगी, बल्कि माल और लोगों का परिवहन भी आसान हो जाएगा। इससे क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।''
क्रेडाई एनसीआर भिवाड़ी नीमराणा ने
पत्र में सरकार से भिवाड़ी टोल प्लाजा से टोल हटाने का भी आग्रह किया है। खासकर
पीक आवर्स के दौरान, टोल प्लाजा के
कारण यातायात में भीड़भाड़ और देरी पैदा हो रही है। इससे यात्रियों को भारी
असुविधा होती है। प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होती है और इससे वाहन की टूट-फूट में
इजाफा होता है। इसके अतिरिक्त, यह आपातकालीन वाहनों के लिए
एक बाधा के रूप में कार्य करता है, जो संभावित रूप से शहर के
भीतर आपातकालीन वाहनों को तुरंत प्रतिक्रिया करने की उनकी क्षमता में भी बाधा
डालता है। इसके अलावा, टोल प्लाजा उन स्थानीय निवासियों पर
अतिरिक्त वित्तीय बोझ डालता है जो अक्सर इस क्षेत्र से आवागमन करते हैं। यह टोल
शुल्क बढ़ता जाता है और पहले से ही आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे लोगों और
परिवारों के लिए एक भारी खर्च बन जाता है।
एक और ध्यान देने की बात यह है कि
पूरे क्षेत्र की बेहतरी के लिए इस टोल प्लाजा को हटाने के लिए संबंधित अधिकारियों
और विभागों सहित सभी प्रमुख हितधारकों की सैद्धांतिक सहमति बन गई है। अब केवल
जरूरी यह है कि सरकार इसे तत्परता से लागू करे।
एक अन्य पत्र में क्रेडाई एनसीआर
भिवाड़ी नीमराना ने सरकार से आग्रह किया है कि हरियाणा की सीमा पार किए बिना
नीमराना और भिवाड़ी को सीधे जोड़ने वाली सड़क के काम में तेजी लाई जाए। मास्टर
प्लान में इस लाइफलाइन सड़क को 300 मीटर चौड़ी सड़क
के रूप में प्रस्तावित किया गया था। पत्र में सरकार से नीमराना से भिड़ी तक
राष्ट्रीय राजमार्ग के बराबर 60 मीटर चौड़ी सड़क बनाने का
अनुरोध किया गया है। जो इस बारे में निर्णय के अनुसार 8 लेन
या 10 लेन हो सकती है। यदि इस सड़क का निर्माण कर दिया जाता
है, तो पूरे राजस्थान में इस सड़क के किनारे नए औद्योगिक
क्षेत्र बनाने के पर्याप्त अवसर पैदा हो जाएंगे। 2013 में,
इस मामले को लेकर अर्ली बर्ड प्रोजेक्ट अपनाया गया था। इसके लिए
भूमि अधिग्रहण की पूरी कवायद कर ली गई थी। इस सड़क से राजस्थान के उत्तरी क्षेत्र,
बहरोड़, नीमराना, एसएनबी
और केबीएनआईआर के कुल क्षेत्र को लाभ होगा। इस सड़क को एनएचएआई के शहरी विस्तार
रोड (यूईआर) के एक हिस्से के रूप में लिया जा सकता है।
क्रेडाई एनसीआर भिवाड़ी नीमराना, क्रेडाई एनसीआर के चैप्टरों में से एक है। यह भिवाड़ी,
धारूहेड़ा और नीमराना के डेवलपर्स का प्रतिनिधित्व करता है। यह
क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। क्रेडाई एनसीआर भिवाड़ी
नीमराना सरकारी निकायों और हितधारकों के साथ मिलकर अपने सदस्यों के हितों की वकालत
करने और सहयोग की सुविधा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।