जयपुर, अक्टूबर 2024.
राजस्थान के उप मुख्यमंत्री
डॉ. प्रेमचंद बैरवा प्रदेश के विकास के लिए लगातार सक्रिय हैं। उपमुख्यमंत्री होने
के साथ साथ आयुष मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभालते हुए इस क्षेत्र में व्यापक सुधार
कर रहे हैं। केंद्र प्रायोजित राष्ट्रीय आयुष मिशन योजना के तहत आयुष मंत्रालय, भारत
सरकार ने राजस्थान के लिए ₹336 करोड़ रुपये की स्वीकृतत दी है, जो इनके प्रयास से प्राप्त
हुआ है। इस राशि का उपयोग राज्य में आयुष स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और अधिक
से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए किया जायेगा।
इस योजना के अंतर्गत आयुष स्वास्थ्य सुविधाओं का
विकास और पुनरसंवर्धन किया जायेगा तथा नये हॉस्पिटल का निर्माण कराया जायेगा। इसके
तहत 59 आयुर्वेद, 3 यूनानी, 2 होम्योपैथिक औषधालय और 1 संयुक्त होम्यो-आयुर्वेद औषधालय
का नवीनीकरण किया जायेगा।
साथ ही राज्य में
25 नए 10- बेड वाले आयुष अस्पतालों का निर्माण होगा और झुंझुन के काथाना में 30-बेड
वाले आयुष अस्पताल का निर्माण भी किया जायेगा। अजमेर, भीलवाड़ा, चूरू, बीकानेर, सीकर
और जयपुर में 50-बेड वाले एकीकृत आयुष अस्पतालों के निर्माण का दूसरा चरण भी शुरू होगा,
जिसमें अत्याधुनिक उपकरण और मानव संसाधन शामिल होंगे।
इस योजना के अंतर्गत
जन स्वास्थ्य हेतु पहल किया जायेगा जिससे लोगों को आयुष की सुविधा आसानी से प्राप्त
हो सके। राजस्थान में 2019 आयुष औषधालय हैं
जिन्हें आयुष वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जायेगा। यह वित्तीय सहायता और विकास
का कदम राज्य में पारंपरिक आयुष पद्धतियों को मजबूत बनाने और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच
को व्यापक बनाने का प्रयास है। माननीय उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा प्रदेश की
स्वास्थ्य सुविधा को लेकर बहुत तेजी से सुधार की प्रक्रिया में हैं।
इसके पहले की सरकार ने आयुष पद्धतियों का बहुत नुकसान
किया है। जन सुलभ दवाएं जो कम कीमत पर गांव गरीब लोगों को मिल सकती हैं उसकी उपेक्षा
की गयी। लेकिन भाजपा सरकार की डबल इंजन की सरकार प्रदेश की चहुंमुखी विकास के लिए तत्पर
है।