माइक्रॉन टेक्नोलॉजी इंक. दुनिया की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर
कंपनियों में एक,ने आज भारत के गुजरात
में नई असेंबली और टेस्टिंग फैसिलिटीका निर्माण करने की योजना की घोषणा की। माइक्रॉनकी
नई फैसिलिटी डीआरएएम और एनएएनडीदोनों प्रॉडक्ट्स के लिए असेंबली, परीक्षण और
निर्माण सक्षम बनाएगी। इसके साथ ही यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार की मांग को
पूरा करेगा।
नई असेंबली और टेस्ट फैसिलिटी का चरणबद्ध निर्माण 2023 में शुरू होने की
संभावना है। फेज 1 में 500,000 वर्गफीट का
योजनाबद्ध क्लीन स्पेस शामिल होगा, इसका संचालन 2024
के आखिरी महीनों से होगा। माइक्रॉनवैश्विक मांग के ट्रेंड्स के अनुसार अपनी क्षमता
समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ाएगा। माइक्रॉन को उम्मीद है कि इस परियोजना का दूसरा चरण
इस दशक के उत्तरार्ध में क्रियान्वित हगा। इस चरण में पहले चरण की तरह ही बड़े
पैमाने पर एक निर्माण संयंत्र बनाया जाएगा।
परियोजना
के दोनों चरणों में माइक्रॉन 825 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी। अगले कुछ सालों में
इससे रोजगार के 5,000 नए अवसरों का सृजन होगा। इससे 15 हजार कम्युनिटी जॉब्स भी सामने
आएंगी। सरकार की मोडिफाइड असेंबली,
टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग (एटीएमपी) में माइक्रॉन की कुल परियोजना लागत में
50 फीसदी वित्तीय मदद केंद्र सरकार मुहैया कराएगी। गुजरात से परियोजना लागत की
करीब 20 फीसदी राशि माइक्रॉन को मिलेगी। माइक्रॉन और दो सरकारी उपक्रमों का दोनों
चरणों में मिश्रित निवेश 2.75 बिलियन डॉलर हो गया है। सरकार के सहयोग से परियोजना
के लिए फंड जुटाने में मदद मिलेगी,इससे अतिआवश्यक सेमी कंडक्टर के
आधारभूत ढांचे तक पहुंच मिलेगी। इसके साथ ही नए-नए आविष्कारों के लिए संसाधन
मिलेंगे और स्थानीय प्रतिभा के विकास में मदद मिलेगी।
माइक्रॉन
के प्रेसिडेंट और सीईओ संजय मेहरोत्रा ने कहा, “हम उन कदमों के बारे में बताते हुए काफी
उत्साहित महसूस कर रहे हैं, जो भारत ने अपने लोकल सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम कोविकसित
करने के लिए उठाए हैं। इसमें शामिल सभी अधिकारियों ने मिलकर उस निवेश को संभव
बनाया है। भारत में हमारा नया असेंबली और टेस्टिंग प्लांट माइक्रॉन को भारत में
अपने ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग बेस को विकसित करने में सक्षम बनाएगा। इससे हम भारत
और दुनिया के दूसरे हिस्सों में रहने वाले उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान कर
पाएंगे।”
रेलवे, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी के लिए केंद्रीय कैबिनेटमंत्री श्री अश्विनी
वैष्णव ने कहा कि “भारत में असेंबली और टेस्टनिर्माणफैसिलिटी
की स्थापना के लिए माइक्रॉनका निवेश भारत में बुनियादी रूप से सेमीकंडक्टर का
परिदृश्य बदलेगा। इससे हाईटेक और निर्माण क्षेत्र में हजारों नौकरियां सृजित होगी।
यह निवेश देश में लगातार विकसित हो रहे सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के लिए एकमहत्वपूर्ण
कदम होगा।”
माइक्रॉन ने
निर्माण के आधारभूत ढांचे, अनुकूल कारोबारी माहौल और साणंद इंडस्ट्रियल पार्क (गुजरात
इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन-जीआईडीसी) में प्रतिभाशाली लोगों की अधिकता से
परियोजना के लिए गुजरात राज्य का चयन किया।
माइक्रॉन में ग्लोबल असेंबली और टेस्ट ऑपरेशंस के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट श्री गुरशरण सिंह ने कहा, “इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन और गुजरात राज्य के नेतृत्व में चलाए गए अभियान में भारतीय सरकारी अधिकारियों से एक साल के विचारविमर्श के बाद,माइक्रॉन इंडस्ट्री की प्रमुख असेंबली और टेस्ट क्षमताओं को सामनेलाकरकाफीखुश हैं। इससे भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री का परिदृश्य बदलेगा।“
माइक्रॉन के नए प्लांट में वेफर्स को बॉलग्रिड एरे (बीजीए)एकीकृत सर्किट
पैकेज, मेमोरी मॉड्यूल्स और सॉलिड स्टेट ड्राइव्स में बदलने पर ध्यान दिया जाएगा।
माइक्रॉनकीअसेंबली और टेस्ट फैसिलिटीका निर्माण और संचालन कंपनी के स्थायित्वपूर्णता के लक्ष्यों
goalsके अनुकूल और पर्यावरण के क्षेत्र में स्थानीय
और ग्लोबल प्रतिबद्धता की तर्ज पर किया जाएगा। माइक्रॉन इस संयंत्र की डिजाइनिंग
और निर्माण लीडरशिप इन एनर्जी और इनवॉयरमेंटल डिजाइन (एलईईडी) गोल्ड स्टैंडडर्स के
अनुसार कर अपनी नेतृत्व क्षमता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा इस फैसिलिटीको
जीरो लिक्विड डिस्चार्ज के काबिल बनाने के लिए
इसमें पानी बचाने कीआधुनिक तकनीक काभी इस्तेमाल कियाजाएगा।
माइक्रॉन को 2022 वर्ल्ड्स मोस्ट एथिकल कंपनीजमें
एक के रूप में नामित किया गया है। कंपनी को इकोवाडिस सस्टेनेबिलिटी प्लेटिनम मेडल
(टॉप 1 फीसदी) सेपुरस्कृत किया गया। इस कंपनी को न्यूजवीक अमेरिका के मोस्ट रिस्पॉन्सिबल कंपनीजमें से एक माना गया। भारत में माइक्रॉन इंडिया
वर्कप्लेस इक्विलिटी इंडेक्स (आईडब्ल्यूईआई) 2022 का रजत पदक विजेता बना। कंपनी ने
डेटा इंजीनियरिंग के बदलाव के क्षेत्र में डेटाइंजीनियरिंग पुरस्कार भी जीता है।
कंपनी को दो डाइवहरर्सिटी (DivHERsity)2023
पुरस्कार भी प्राप्त हुए। (वीमन लीडरशिप एंड डेवलपमेंट में टॉप 20 मोस्ट इनोवेटिव
प्रैक्टिसेस, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स
एंड सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में टॉप 3 कंपनीज)।